
Adi Shankaracharya
Sirshree
भीतरी मार्ग- आत्मसाक्षात्कार का प्रसार
आज मनुष्य के जीवन में मनोरंजन के साधनों की सुख-सुविधा, आधुनिक टेक्नोलॉजी से देश-विदेश और शास्त्रों की जानकारी उसके हाथ में आकर सिमट गई है। ऐसी विविध संपन्नता में भी उसके दुःख तथा असंतोष की सीमा नहीं है। बाहरी तौर पर हम जिसे विकास कहते हैं, वह भीतर से मनुष्य को और भी खोखला कर रहा है। क्योंकि आज नए-नए मोह व आसक्ति ने मनुष्य को घेर रखा है।
हर दिन नई-नई इच्छाएँ जन्म ले रही हैं तो फिर इसका अंत कहाँ है? वह है सेल्फ के आविष्कार में! सभी मनुष्यों के भीतर सेल्फ की अखंड चेतना निरंतर प्रकाशमान है। जिसे स्वअनुभव से जानना ही मनुष्य जीवन का प्रयोजन है।
इस प्रयोजन को सफल बनाने के लिए आदि शंकराचार्य ने अपने छोटे से जीवन काल में जो अभूतपूर्व कामगिरी की, यह पुस्तक उसका दर्शन कराती है। साथ ही जीवन प्रयोजन की पूर्णता का मार्ग भी दिखाती है।
तो चलिए, पुस्तक का पठन करते हुए बढ़ते हैं, उस भीतरी मार्ग की ओर…. जो अब तक लगभग अप्रकाशित है…।
Duration - 4h 16m.
Author - Sirshree.
Narrator - Leena Bhandari.
Published Date - Wednesday, 08 January 2025.
Copyright - © 2025 Tejgyan Global Foundation ©.
Location:
United States
Description:
भीतरी मार्ग- आत्मसाक्षात्कार का प्रसार आज मनुष्य के जीवन में मनोरंजन के साधनों की सुख-सुविधा, आधुनिक टेक्नोलॉजी से देश-विदेश और शास्त्रों की जानकारी उसके हाथ में आकर सिमट गई है। ऐसी विविध संपन्नता में भी उसके दुःख तथा असंतोष की सीमा नहीं है। बाहरी तौर पर हम जिसे विकास कहते हैं, वह भीतर से मनुष्य को और भी खोखला कर रहा है। क्योंकि आज नए-नए मोह व आसक्ति ने मनुष्य को घेर रखा है। हर दिन नई-नई इच्छाएँ जन्म ले रही हैं तो फिर इसका अंत कहाँ है? वह है सेल्फ के आविष्कार में! सभी मनुष्यों के भीतर सेल्फ की अखंड चेतना निरंतर प्रकाशमान है। जिसे स्वअनुभव से जानना ही मनुष्य जीवन का प्रयोजन है। इस प्रयोजन को सफल बनाने के लिए आदि शंकराचार्य ने अपने छोटे से जीवन काल में जो अभूतपूर्व कामगिरी की, यह पुस्तक उसका दर्शन कराती है। साथ ही जीवन प्रयोजन की पूर्णता का मार्ग भी दिखाती है। तो चलिए, पुस्तक का पठन करते हुए बढ़ते हैं, उस भीतरी मार्ग की ओर…. जो अब तक लगभग अप्रकाशित है…। Duration - 4h 16m. Author - Sirshree. Narrator - Leena Bhandari. Published Date - Wednesday, 08 January 2025. Copyright - © 2025 Tejgyan Global Foundation ©.
Language:
Hindi
प्रारंभिक
Duration:00:00:30
प्रस्तावना - आत्मसाक्षात्कार का स्वामी
Duration:00:07:12
अध्याय १ - प्रज्ञावान बचपन
Duration:00:07:13
अध्याय २ - अबोध बालक की प्रार्थना
Duration:00:09:51
अध्याय ३ - आत्मबोध की रचना
Duration:00:08:07
अध्याय ४ - मातृ सेवा साधना
Duration:00:11:59
अध्याय ५ - अगर-मगर का खेल
Duration:00:07:55
अध्याय ६ - मानसिक कर्म का रहस्य
Duration:00:10:41
अध्याय ७ - संन्यास जीवन का आरम्भ
Duration:00:07:08
अध्याय ८ - गुरु और गुरु की तलाश में
Duration:00:08:53
अध्याय ९ - गुरु से ज्ञान प्राप्ति और ज्ञान से योग बल प्राप्ति
Duration:00:09:22
अध्याय १० - स्वअनुभव की दृढ़ता
Duration:00:13:58
अध्याय ११ - सनन्दन (पद्पाद) की दीक्षा
Duration:00:08:05
अध्याय १२ - ब्रम्हसूत्र भाष्य रचना तथा वेद व्यास से मुलाकात
Duration:00:15:01
अध्याय १३ - कुमारिल भट्ट से मुलाकात भाग १
Duration:00:08:19
अध्याय १४ - कुमारिल भट्ट से मुलाकात भाग २
Duration:00:11:03
अध्याय १५ - मंडन मिश्र के साथ शास्त्रार्थ
Duration:00:25:20
अध्याय १६ - श्रृंगेरी मठ की स्थापना
Duration:00:09:00
अध्याय १७ - माता का अंत्य संस्कार और शंकर स्मृति की रचना
Duration:00:13:40
अध्याय १८ - विभिन्न मतों का एकमत होना
Duration:00:11:08
अध्याय १९ - शारदा पीठ में प्रवेश परीक्षा
Duration:00:12:40
अध्याय २० - चार मठों का संचालन और महासमाधि
Duration:00:12:58
अध्याय २१ - आदि शंकराचार्य के ग्रन्थ व् अन्य रचनाएँ
Duration:00:16:32
सरश्री - अल्प परिचय
Duration:00:02:04
तेजज्ञान फाउंडेशन परिचय
Duration:00:04:21
महाआसमानी - अल्प परिचय
Duration:00:03:44
समापन
Duration:00:00:04